Chair Person
नमस्कार मेरा नाम दीप्ति सिंघल है मैं जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध हूं जैसे कि मेरी उम्र 49 इयर्स है मुझे लगता है कि इस उम्र में आकर सभी को समाज के लिए समर्पित हो जाना चाहिए जो हमने समाज से लिया है अब उसे लौटने का वक्त आया है। हमारे ट्रस्ट का नाम श्रीमती सरला देवी चैरिटेबल ट्रस्ट है जो कि हमारी पूजनीय माता जी के नाम से है।
हम सभी को धार्मिक संस्कार अपनी माताजी से मिले, हम हमेशा जीवो पर दया गौशालाओं की देखरेख और गरीब लोगों को खाना खिलाना, मंदिर निर्माण, ग्रंथ प्रकाशन एवं गरीब लोगों की शिक्षा हेतु इनमें हमारे धन का सदुपयोग हो इसमें हमारी विशेष रुचि रही है। हम हमेशा से यह काम करते आए हैं और अपने इस मिशन को बढ़ावा देने के लिए मैं हर संभव कार्य करने के लिए उत्साहित हूं मैं ट्रस्टी के रूप में अपनी भूमिका में ईमानदारी पारदर्शिता और जवाब देही के साथ काम करने का वादा करती हूं।
मेरा जन्म जनवरी 1976 में बड़ौत में एक धार्मिक जैन परिवार में हुआ था जैन लोग जिनके रक्त में ही जीवदया होता है हम लोग चींटी को भी देखकर चलते हैं। कि कहीं वह हमारे पैर के नीचे ना आ जाए, सनातन धर्म में गाय को माता कहकर उसकी पूजा की है अतः भूखी बीमार अस्वस्थ और जिन्होंने दूध देना बंद कर दिया है ऐसी गायों की हम रक्षा देखभाल करते हैं।
लक्ष्य: हमारा लक्ष्य है कि हमारे संपर्क में जो भी गए आए जिनका भी हमें पता चले कि वह अस्वस्थ है भूखी है उन सब को हम अपनी गौशाला में लाकर उनकी देखरेख करें और जो बच्चे पढ़ना चाहते हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें हम हर तरह की शिक्षा देने में मदद करें।